[ad_1]
मिसो एक जापानी फर्मेंटेड सोया उत्पाद है जो बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यह फेर्मेंटेशन प्रक्रिया के दौरान सोया दलों को मरोड़कर और मसालों के साथ मिश्रित करके बनाया जाता है। यह एक प्रकार का प्रोबायोटिक होता है जो आपके पाचन को सुधारता है और आपको सेहतमंद रखने में मदद करता है।
सामग्री:
- सोया बीन्स – 1 कप
- कोजी – 2 टेबल स्पून
- नमक – स्वादानुसार
- पानी – जरूरत अनुसार
कैसे बनाएं:
- सबसे पहले सोया बीन्स को धो लें और उन्हें पानी में 8-10 घंटे भिगो दें।
- भिगोए हुए सोया बीन्स को पीस लें और एक मिक्सर ग्राइंडर में पीसकर पीस्ट तैयार कर लें।
- अब कोजी को पानी में मिलाकर एक दिन के लिए ढककर रख दें।
- एक पैन में भिगोए हुए सोया बीन्स का पेस्ट, कोजी और नमक को मिलाकर अच्छे से मिश्रित करें।
- इस मिश्रण को एक बंद बर्तन में डालकर ढककर रख दें और कामरे की ठंड में 6-8 महीने तक रख दें।
- आपका मिसो तैयार है।
सेवन विधि:
मिसो को सूप बनाने में उपयोग किया जाता है, जिसमें सब्ज़ी और और अन्य स्वादनुसार मसाले डालकर पकाया जाता है।
संग्रहण:
मिसो को ठंडे और सुखे स्थान पर रखें, इससे इसकी स्वादिष्टता बनी रहेगी और शेल्फ लाइफ भी बढ़ेगी।
निष्कर्षण:
मिसो एक पौष्टिक भोजन है जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे घर पर तैयार करना बहुत ही सरल है और आप इसे अपनी रसोई में शामिल करके स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
सामान्य प्रश्न:
1. मिसो क्यों खाया जाता है?
मिसो एक प्रोबायोटिक होता है जो पाचन को सुधारता है और सेहतमंद रखने में मदद करता है।
2. मिसो कितने समय तक स्टोर किया जा सकता है?
मिसो को 6-8 महीने तक कामरे की ठंड में स्टोर किया जा सकता है।
[ad_2]
Comments