नात्तो: दिल के लिए पूरी तरह से सहायक

[ad_1]

नात्तो एक प्रकार की प्राणायाम विधि है जो दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी है। यह हमारे शारीर, मन और आत्मा के लिए लाभकारी है और इसे नियमित रूप से करने से हमें मानसिक शांति और ताजगी मिलती है।

नात्तो का अर्थ होता है ‘निःशब्द’. इस धार्मिक प्रणायाम विधि का शुद्ध संकेत है कि यह मन्द श्वासलेन से जुड़ा होता है। यह विधि हमें बृहम ज्ञान और शांति प्रदान करने से संबंधित है। यह हमें अनंत शांति, मानसिक स्थिरता और दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभ पहुँचाता है।

नात्तो करने का तरीका

नात्तो करने के लिए एक शांत स्थान चुनें जहां आप खुद को पूरी तरह से शांति में पाएं। अपने आंखें बंद करें और गहरी साँस लें। फिर धीरे से और समय लेकर सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को कुछ मिनटों तक जारी रखें।

नात्तो के फायदे

नात्तो करने से हृदय की संधि में मानसिक स्थिरता और सुख सा महसूस होता है। इसके साथ ही दिल की क्षमता में भी सुधार होता है। नात्तो करने से तनाव, चिंता और दुख कम होता है। इसके अलावा, यह हमारे दिल के रक्तसंचार को भी सुधारता है और हृदय रोगों से बचाव करता है।

नात्तो का महत्व

नात्तो का प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत महत्व है। इसे एक प्रकार का आध्यात्मिक अभ्यास भी कहा जाता है और इसे दिल के लिए सबसे अच्छा साधन माना जाता है। नात्तो करने से दिल के स्वास्थ्य के लिए जरूरी ब्लड सर्कुलेशन मजबूत होता है।

नात्तो को नियमित रूप से करने की योग्यता

नात्तो को करने के लिए किसी भी वयस्क व्यक्ति को अनुमति है। यह ध्यान को बढ़ाता है और मानसिक दबाव को कम करता है। यह ध्यान को अधिकतम कारगर बनाता है और दिल के स्वास्थ्य को प्रदान करता है। इसे नियमित रूप से करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और रक्तसंचार में मदद करता है।

नात्तो करने का समय

नात्तो को प्रातःकाल और संध्या काल में करने का विशेष महत्व होता है। यह ध्यान कार्य को बढ़ाने के साथ ही दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी होता है।

नात्तो के फायदे

1. मानसिक शांति और सुख सा महसूस होता है।

2. दिल की क्षमता में सुधार होता है।

3. तनाव, चिंता और दुःख कम होता है।

4. हृदय संबंधी रोगों से बचाव होता है।

5. दिल के रक्तसंचार को सुधारता है।

6. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है।

7. रक्तसंचार में मदद करता है।

नात्तो: समाप्ति

नात्तो को नियमित रूप से करने से हमारा दिल स्वस्थ रहता है और हमारे मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। इसलिए, हर कोई नात्तो को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

नात्तो: प्राय: पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न: नात्तो करने से कितनी बार सांस लेनी चाहिए?

उत्तर: नात्तो को करते समय सांस को धीरे और गहरी लेना चाहिए। आपको अपनी सांस की गहराई और चौड़ाई को महसूस करना चाहिए।

प्रश्न: क्या बच्चे भी नात्तो कर सकते हैं?

उत्तर: हां, बच्चे भी नात्तो कर सकते हैं। यह उनके मानसिक संतुलन और विकास के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है।

प्रश्न: नात्तो को कितनी देर करना चाहिए?

उत्तर: आप नात्तो को कुछ मिनटों तक कर सकते हैं। शुरुआत में आप 5-10 मिनट तक कर सकते हैं और फिर धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकते हैं।

प्रश्न: क्या नात्तो को किसी भी समय कर सकते हैं?

उत्तर: हां, आप नात्तो को किसी भी समय कर सकते हैं। लेकिन प्रातःकाल और संध्या काल में इसे करने के लिए एक विशेष महत्व होता है।

समाप्ति

नात्तो को नियमित रूप से करने से हमें मानवीय जीवन के कई लाभ मिलते हैं। इसलिए, हम सबको इसे नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। यह हमारे शारीर, मन और आत्मा के लिए लाभकारी है।

[ad_2]

Comments

タイトルとURLをコピーしました