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जापान की पारंपरिक मदिरा साके (Sake) को विश्व भर में बड़े प्यार से पी जाता है। यह जापान की राष्ट्रीय मदिरा है और इसका निर्माण भी जापानी पारंपरिक तकनीकों से किया जाता है। यहां हम जापानी साके का उत्पादन और संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
साके का उत्पादन
साके का उत्पादन चावल, पानी, भाप और कोजी के जारासिम कण का फसल किया जाता है। इसमें चावल को पेष्ट करके उसको ठंडे पानी में भिगोते हैं जिससे चावल की मलाई हट जाती है। फिर उसे जूने के रूप में ठंडे भाप पर पकाया जाता है।
कोजी में पानी और चावल के कण मिलाकर बनाया जाता है, जिससे शाके के पीने की मिट्टी की खुशबू बढ़ती है। उसके बाद जूने को वाटर में मिलाकर दस-डस दिने तक पालता जाता है।
साके का संरक्षण
साके का संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण होता है ताकि इसकी महक और स्वाद बना रहे। साके को सादा देवाली या वुडेन केज में रखा जाता है। इसमें साके को स्थान और हवा की स्पष्टि दी जाती है।
साके के संरक्षण के लिए उचित तापमान महत्वपूर्ण होता है, साथ ही साके को धूप और उचित चावल के किस्म आआदन प्राप्त कराया जाता है।
निष्कर्ष
जापानी साके का उत्पादन और संरक्षण दोनों ही ध्यानपूर्वक करना चाहिए ताकि इसका स्वाद और गुणवत्ता बना रहे। उसे उचित तापमान, हवा और चावल के किस्म का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सामान्य प्रश्न
1. साके क्या होता है?
उत्तर: साके जापान की पारंपरिक मदिरा है जो चावल, पानी, भाप और कोजी के जारासिम कण का फसल से बनती है।
2. साके का संरक्षण कैसे किया जाता है?
उत्तर: साके को सादा देवाली या वुडेन केज में रखकर उचित तापमान, स्थान और हवा की स्पष्टि देकर संरक्षण किया जाता है।
3. साके का उत्पादन कैसे होता है?
उत्तर: साके का उत्पादन चावल, पानी, भाप और कोजी के जारासिम कण का फसल करके किया जाता है।
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