नाट्टो: उर्बन भारतीयों के लिए एक स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ

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दुनिया भर में अनेक खाद्य पदार्थ हैं जो स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें से एक खास पदार्थ है “नाट्टो”, जो उर्बन भारतीयों के लिए एक स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ है। नाट्टो एक प्रकार का फर्मेंटेड सोयाबीन होता है जो जापानी भोजन के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यह आजकल भारत में भी बड़ी पसंद का विषय बन गया है। इस लेख में, हम नाट्टो के फायदे और उपयोग के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

नाट्टो क्या है?

नाट्टो एक प्राचीन जापानी भोजन है जो गौण रूप से फर्मेंटेड सोयाबीन से बनता है। यह सोयाबीन को एक विशेष प्रकार के भाप के संपर्क में रखकर बनाया जाता है, जिससे उसमें कई प्रकार के पौष्टिक बैक्टीरिया और अन्य पोषण घटक बढ़ जाते हैं। इसके साथ ही, नाट्टो में फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

नाट्टो के फायदे

नाट्टो के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है, जो हमारे पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके साथ ही, नाट्टो में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स मुफ्त रेडिकल्स से लड़ते हैं और हमारे शरीर को कैंसर और दिल की बीमारियों से बचाते हैं। नाट्टो के सेवन से चेहरे की त्वचा की बेहतरी होती है, बालों की सेहत सुधरती है और मस्तिष्क की कार्यक्षमता में भी सुधार होती है।

नाट्टो की खासियत

नाट्टो की खासियत यह है कि यह भोजन को अधिक पोषक और पौष्टिक बनाता है। इसमें प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है, जिससे शरीर के मांसपेशियों का निर्माण होता है और शरीर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ती है। इसके साथ ही, नाट्टो में पाये जाने वाले फाइबर शारीरिक संरचना को स्वस्थ रखते हैं और पाचन तंत्र को भी सुधारते हैं। इसलिए, नाट्टो उस तरह का भोजन है जो आपके शरीर के सारे पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करता है।

नाट्टो का सेवन कैसे करें?

नाट्टो का सेवन करने के लिए आप इसे रोटी या चावल के साथ परोस सकते हैं या फिर साथ में टोमैटो, काकड़ी और धनिया के साथ सालद बना सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ नाट्टो को उबालकर उसे ऊबाले हुए सोयाबीन को दस्ताने में दही बनाने की तरह फेंकना है। इसके बाद इसे तब्ब्यत रखकर रख दिया जाता है, जिससे यह अधिक चटपटा हो जाता है।

नाट्टो की विशेषताएँ

नाट्टो की एक खास विशेषता यह है कि इसके सेवन से आपका वजन नियंत्रित रहता है और पेट की चर्बी कम होती है। इसके साथ ही, नाट्टो में मौजूद सोयाबीन उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है जो नकारात्मक प्रभावों से बचना चाहते हैं जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज़।

नाट्टो के साइड इफेक्ट्स

बिना डाइटिशन की सलाह के बिना, नाट्टो का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। कुछ लोग इसका सेवन करने के बाद ब्लोटिंग और एलर्जियाई प्रतिक्रियाएं महसूस कर सकते हैं। इसलिए, जरूरी है कि आप नाट्टो का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह लें और यदि आप में से किसी भी प्रकार की एलर्जी हो, तो आपको नाट्टो से दूर रहना चाहिए।

नाट्टो की सामान्य भूल-चूक

नाट्टो खाने का सही समय क्या है?
नाट्टो को सबसे अच्छा रात के खाने के पहले सेवन करना चाहिए ताकि इसकी उपयोगिता बढ़ जाए।
क्या सभी लोग नाट्टो खा सकते हैं?
नहीं, विशेष रूप से वे लोग जिन्हें सोयाबीन और उससे बने फर्मेंटेड आहार का सेवन करने से एलर्जी होती है, वे नाट्टो से दूर रहें।

संक्षेप

नाट्टो एक स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ है जो उर्बन भारतीयों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से वजन नियंत्रित रहता है, पाचन तंत्र में सुधार होती है और समय के साथ शरीर की संरचना में भी सुधार होती रहती है। इसलिए, नाट्टो को नियमित रूप से सेवन करके आप अपने शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त बना सकते हैं।

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्या हफ्ते में कितनी बार नाट्टो का सेवन किया जा सकता है?
आप हफ्ते में तीन से चार बार नाट्टो का सेवन कर सकते हैं।
क्या नाट्टो के सेवन से कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?
हां, कुछ लोगों को नाट्टो का सेवन करने के बाद ब्लोटिंग और एलर्जियाई प्रतिक्रियाएं महसूस हो सकती हैं।
क्या सभी लोग नाट्टो का सेवन कर सकते हैं?
नहीं, विशेष रूप से वे लोग जिन्हें सोयाबीन और उससे बने फर्मेंटेड आहार का सेवन करने से एलर्जी होती है, वे नाट्टो से दूर रहें।

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